IPC – Indian Penal Code in Hindi | भारतीय दंड संहिता

Indian Penal Code अर्थात “भारतीय दंड संहिता” जिसे Indian Penal Code 1860 भी कहा जाता है| यह एक व्यापक भारतीय क़ानून है| जो की अपराधो और उन अपराधो मे होने वाले कानूनी जुर्माना एवम् उन अपराधो में होने वाली सजाओ को दर्शाता है|

इस लेख Indian Penal Code in Hindi के माध्यम से हम आपको भारतीय दंड संहिता के सन्दर्भ में सभी महत्वपूर्ण जानकारी देंगे| यहाँ दिए गए प्रावधान की जानकारी आपके ज्ञान के वर्धन के लिए है अधिक जानकारी के लिए आप अपने लॉयर की सलाह अवश्य ले|

Indian Penal Code in Hindi के इस लेख में हम आपसे इसके इतिहास से लेकर आजतक की सभी महत्वपूर्ण जानकारी से रूबरू कराने की कोशिश करेंगे|

Brief History of IPC in Hindi | भारतीय दंड संहिता का संक्षिप्त इतिहास

आईपीसी 1860 में अस्तित्व में आया जो की 1833 के चार्टर अधिनियम के तहत 1834 में स्थापित भारत के पहले कानून आयोग की सिफारिशों पर लाया गया था। यह भारतीय दंड संहिता 1 जनवरी, 1862 में ब्रिटिश शासन के दौरान पूरे तत्कालीन ब्रिटिश पर लागू हुई थी। जानने योग्य बात यह भी है की भारत में रियासतों में इसे उस वक्त लागू नहीं किया गया था क्योंकि 1940 के दशक तक उन रियासतों के पास अपनी अदालतें और कानूनी प्रणालियाँ थीं।

लेकिन भारत और पाकिस्तान के स्वतंत्र होने के और विभाजन होने के बाद दोनों ने इसे अपनाया था| भारत का ही एक अविभाज्य अंग माना जाने वाला कश्मीर इसी के इसी के आधार पर बने रणबीर दंड संहिता का उपयोग करता था| यह भारत के सभी नागरिक और और भारत के आधिकारिक क्षेत्र में आने वाले सभी प्रदेश में गुनाहित कार्य करनेवालों पर सामान रूप से लागू होता है| इसमे कई बार संशोधन भी किये गए है|

Provisions under the Indian Penal Code in Hindi | भारतीय दंड संहिता में विविध प्रावधान

उपरोक्त विविरण में हमने भारतीय दंड संहिता(Indian Penal Code in Hindi) का संक्षित्प इतिहास देखा| अब हम उनके कुछ प्रावधान और चैप्टर के सन्दर्भ में चर्चा करते है|

Indian Penal Code में कुल 23 चैप्टर है जिनकी कुल मिलाकर 511 धराए बनती है| कुल 23 चैप्टर में प्रस्तावना, साधारण स्पष्टीकरण से लेकर साधारण अपवाद जैसे सभी महत्वपूर्ण विषय पर जानकारी है| आगे के लेख में हमने आपसे सभी चैप्टर की सभी धाराओ के बारे में जानकारी दी है|

IPC की धारा और सन्दर्भ

यहाँ निचे हमने धाराओं के क्रमांक और उसके साथ कौन सा विषय जजुडा हुआ है उसकी विस्तार से जानकारी दी है| निचे दिए गए टेबल में यह जानकारी चैप्टर के सन्दर्भ में दी है जिससे समजने में और भी सरलता रहे|

Chapter 1: प्रस्तावना

धाराविस्तार
1संहिता का नाम और उसके प्रवर्तन का विस्तार
2भारत के भीतर किए गए अपराधों का दण्ड।
3भारत से परे किए गए किन्तु उसके भीतर विधि के अनुसार विचारणीय अपराधों का दण्ड।
4राज्यक्षेत्रातीत / अपर देशीय अपराधों पर संहिता का विस्तार।
5कुछ विधियों पर इस अधिनियम द्वारा प्रभाव न डाला जाना।

Chapter 2: साधारण स्पष्टीकरण

धाराविस्तार
6संहिता में की परिभाषाओं का अपवादों के अध्ययन समझा जाता है
7एक बार स्पष्टीकृत पद का भाव
8लालंग
9वचन
10“पुरुष” “स्त्री”
11“व्यक्ति”
12“लोक”
13“तथा”
14“सरकार का सेवक”
15“बृहत भारत”
16“भारत सरकार”
17“सरकार”
18“भारत”
19“न्यायाधीश”
20“न्यायालय”
21“लोकसेवक”
22“जंगम सम्पत्ति”
23‘”सदोष लाभालाभ”
24“बेईमानी से”
25“कपटपूर्ण”
26“विश्वास करने का कारण”
27“पत्नी, लालचपाल या सेवक के कब्जे में सम्पत्ति”
28“कूटकरण”
29“दस्तावेज”
29(क)इतरानिक अल्पलेख
30“मूल्यवान प्राणत्याग”
31“ववल”
32कायों का निर्देश करने वाले शब्दों के अंत में अवाईलोप आता है
33“कायदा”, “लोप”
34सामान्य आशय को अग्रसर करने में कई व्यक्तियों द्वारा किए गए कथन
35जबकि ऐसा कथन इस कारण आपराधिक हो सकता है या आपराधिक ज्ञान या आशय से किया गया है
36अंशदृष्टि: कथन द्वारा या अंशदृष्टि: लोप द्वारा कार्रवाई का परिणाम
37किसी आपराधिक कार्रवाई में संलग्न व्यक्ति को गिना जाता है
38आपराधिक कार्रवाई में संलग्न व्यक्ति और उसके दोषी के बीच भेदभाव किया जाता है
39“स्वेच्छा”
40“आपराधी”
41“विशेष समय”
42“स्थायी समय”
43“अवैध”, “करने के लिए वाई रुप से अनुमति”
44“क्षति”
45“जीव”
46“मृत्यु”
47“जीवजंतु”
48“जलयात्रा”
49“वर्ष मास”
50“धारा”
51“शपथ”
52“सद्भावपूर्ण”
52(क)“संश्रय”

Chapter 3: दंड के विषय मे

53दण्ड।
54मृत्यु दण्डादेश का रूपांतरण।
55आजीवन कारावास के दण्डादेश का लघुकरण
56यूरोपियों तथा अमेरिकियों को दण्ड दंडाता की सजा।
57दण्डावधियों की भिन्नताएं
58निर्वासन से दण्डादिष्ट अपराधियों के साथ कैसा व्यवहार किया जाए जब तक वे निर्वासित न किए जाएं
59कारावास के बदले निर्वासन।
60दण्डादिष्ट कारावास के कुछ मामलों में पूर्ण कारावास या उसका कोई भाग कठिन या सरल हो सकता है।
61सम्पत्ति के समापन का दण्डादेश।
62मृत्यु, निर्वासन या कारावास से दण्डानीय अपराधियों की सम्पत्ति का समापन।
63आर्थिक दण्ड/जुर्माने की रकम।
64जुर्माने न देने पर कारावास का दण्डादेश।
65जब कि कारावास और जुर्माना दोनों आवश्यक हो सकते हैं, तो जुर्माना न देने पर कारावास की अवधि
66जुर्माना न देने पर किस प्रकार का कारावास दिया जाए।
67आर्थिक दण्ड न चुकाने पर कारावास, जबकि अपराध केवल आर्थिक दण्ड से दंडनीय हो।
68आर्थिक दण्ड के भुगतान पर कारावास का समाप्त हो जाना।
69जुर्माने के आंशिक भाग के दे दिए जाने की स्थिति में कारावास का समापन।
70जुर्माना का छह वर्ष के भीतर या कारावास के दौरान वसूल किया जाना, मृत्यु संपत्ति को दायित्व से उन्मुक्त नहीं करती।
71कई अपराधों से मिलकर बने अपराध के लिए दण्ड की अवधि।
72कई अपराधों में से एक के दोषी व्यक्ति के लिए दण्ड, जबकि निर्णय में यह कथित है कि वह किस अपराध का दोषी है।
73एकांत प्रतिरोध।
74एकांत प्रतिरोध की अवधि।
75पूर्व दोषसिद्धि के पश्चात् अध्याय 12 या अध्याय 17 के अनुसार कितने अपराधों के लिए वृद्धि हुई दण्ड।

Chapter 4: साधारण अपवाद

धाराविधि
76विधि द्वारा आबद्ध या तथ्य की भूल के कारण अपने आप के विधि द्वारा आबद्ध होने का विश्वास करने वाले व्यक्ति द्वारा किया गया कार्य।
77न्यायिकतः कार्य करते हुए न्यायाधीश का कार्य
78न्यायालय के निर्णय या आदेश के अनुसरण में किया गया कार्य
79विधि द्वारा न्यायानुमत या तथ्य की भूल से अपने को विधि द्वारा न्यायानुमत होने का विश्वास करने वाले व्यक्ति द्वारा किया गया कार्य
80विधिपूर्ण कार्य करने में दुर्घटना।
81आपराधिक आशय के बिना और अन्य क्षति के निवारण के लिए किया गया कार्य जिससे क्षति कारित होना संभाव्य है।
82सात वर्ष से कम आयु के शिशु का कार्य।
83सात वर्ष से ऊपर किंतु बारह वर्ष से कम आयु के अपरिपक्व समझ के शिशु का कार्य
84विकॄतचित व्यक्ति का कार्य।
85ऐसे व्यक्ति का कार्य जो अपनी इच्छा के विरुद्ध मत्तता में होने के कारण निर्णय पर पहुंचने में असमर्थ है
86किसी व्यक्ति द्वारा, जो मत्तता में है, किया गया अपराध जिसमें विशेष आशय या ज्ञान का होना अपेक्षित है
87सम्मति से किया गया कार्य जिससे मॄत्यु या घोर उपहति कारित करने का आशय न हो और न उसकी संभाव्यता का ज्ञान हो
88किसी व्यक्ति के फायदे के लिए सम्मति से सद्भावपूर्वक किया गया कार्य जिससे मृत्यु कारित करने का आशय नहीं है
89संरक्षक द्वारा या उसकी सम्मति से शिशु या उन्मत्त व्यक्ति के फायदे के लिए सद्भावपूर्वक किया गया कार्य
90सम्मति, जिसके संबंध में यह ज्ञात हो कि वह भय या भ्रम के अधीन दी गई है
91ऐसे अपवादित कार्य जो कारित क्षति के बिना भी स्वतः अपराध है।
92सहमति के बिना किसी व्यक्ति के फायदे के लिए सद्भावपूर्वक किया गया कार्य।
93सद्धावपूर्वक दी गई संसूचना
94वह कार्य जिसको करने के लिए कोई व्यक्ति धमकियों द्वारा विवश किया गया है
95तुच्छ अपहानि कारित करने वाला कार्य
96प्राइवेट प्रतिरक्षा में की गई बातें
97शरीर तथा संपत्ति की निजी प्रतिरक्षा का अधिकार।
98ऐसे व्यक्ति के कार्य के विरुद्ध प्राइवेट प्रतिरक्षा का अधिकार जो विकॄतचित्त आदि हो
99कार्य, जिनके विरुद्ध प्राइवेट प्रतिरक्षा का कोई अधिकार नहीं है
100किसी की मृत्यु कारित करने पर शरीर की निजी प्रतिरक्षा का अधिकार कब लागू होता है।
101मृत्यु से भिन्न कोई क्षति कारित करने के अधिकार का विस्तार कब होता है।
102शरीर की निजी प्रतिरक्षा के अधिकार का प्रारंभ और बना रहना।
103कब संपत्ति की प्राइवेट प्रतिरक्षा के अधिकार का विस्तार मृत्यु कारित करने तक का होता है
104मृत्यु से भिन्न कोई क्षति कारित करने तक के अधिकार का विस्तार कब होता है।
105सम्पत्ति की प्राइवेट प्रतिरक्षा के अधिकार का प्रारंभ और बना रहना।
106घातक हमले के विरुद्ध प्राइवेट प्रतिरक्षा का अधिकार जब कि निर्दोष व्यक्ति को अपहानि होने की जोखिम है।

Chapter 5: दुष्प्रेरण के विषय में और अपराधिक षड्यंत्र

धाराविधि
107किसी बात का दुष्प्रेरण
108दुष्प्रेरक।
108कभारत से बाहर के अपराधों का भारत में दुष्प्रेरण
109अपराध के लिए उकसाने के लिए दण्ड, यदि दुष्प्रेरित कार्य उसके परिणामस्वरूप किया जाए, और जहां कि उसके दण्ड के लिए कोई स्पष्ट प्रावधान नहीं है।
110दुष्रेरण का दण्ड, यदि दुष्प्रेरित व्यक्ति दुष्प्रेरक के आशय से भिन्न आशय से कार्य करता है।
111दुष्प्रेरक का दायित्व जब एक कार्य का दुष्प्रेरण किया गया है और उससे भिन्न कार्य किया गया है।
112दुष्प्रेरक कब दुष्प्रेरित कार्य के लिए और किए गए कार्य के लिए आकलित दण्ड से दण्डनीय है।
113दुष्प्रेरित कार्य से कारित उस प्रभाव के लिए दुष्प्रेरक का दायित्व जो दुष्प्रेरक द्वारा आशयित से भिन्न हो।
114अपराध किए जाते समय दुष्प्रेरक की उपस्थिति।
115मृत्युदण्ड या आजीवन कारावास से दण्डनीय अपराध का दुष्प्रेरण – यदि दुष्प्रेरण के परिणामस्वरूप अपराध नहीं किया जाता।
116कारावास से दण्डनीय अपराध का दुष्प्रेरण – यदि अपराध न किया जाए।
117सामान्य जन या दस से अधिक व्यक्तियों द्वारा अपराध किए जाने का दुष्प्रेरण।
118मृत्यु या आजीवन कारावास से दंडनीय अपराध करने की परिकल्पना को छिपाना
119किसी ऐसे अपराध के किए जाने की परिकल्पना का लोक सेवक द्वारा छिपाया जाना, जिसका निवारण करना उसका कर्तव्य है
120कारावास से दण्डनीय अपराध करने की परिकल्पना को छिपाना।
120कआपराधिक षड््यंत्र की परिभाषा
120खआपराधिक षड््यंत्र का दंड

Chapter 6: राज्य के विरुद्ध अपराधों के विषय में

धाराविधि
121भारत सरकार के विरुद्ध युद्ध करना या युद्ध करने का प्रयत्न करना या युद्ध करने का दुष्प्रेरण करना।
121कधारा 121 द्वारा दंडनीय अपराधों को करने का षड््यंत्र
122भारत सरकार के विरुद्ध युद्ध करने के आशय से आयुध आदि संग्रहित करना।
123युद्ध करने की परिकल्पना को सुगम बनाने के आशय से छिपाना।
124किसी विधिपूर्ण शक्ति का प्रयोग करने के लिए विवश करने या उसका प्रयोग अवरोधित करने के आशय से राष्ट्रपति, राज्यपाल आदि पर हमला करना
124कराजद्रोह
125भारत सरकार से मैत्री संबंध रखने वाली किसी एशियाई शक्ति के विरुद्ध युद्ध करना
126भारत सरकार के साथ शांति का संबंध रखने वाली शक्ति के राज्यक्षेत्र में लूटपाट करना।
127धारा 125 और 126 में वर्णित युद्ध या लूटपाट द्वारा ली गई सम्पत्ति प्राप्त करना।
128लोक सेवक का स्वेच्छया राजकैदी या युद्धकैदी को निकल भागने देना।
129लोक सेवक का उपेक्षा से किसी कैदी का निकल भागना सहन करना।
130ऐसे कैदी के निकल भागने में सहायता देना, उसे छुड़ाना या संश्रय देना।

Chapter 7: सेना, नौसेना और वायुसेना से सम्बंधित अपराधों के विषय में

धाराविधि
131विद्रोह का दुष्प्रेरण या किसी सैनिक, नौसेनिक या वायुसैनिक को कर्तव्य से विचलित करने का प्रयत्न करना।
132विद्रोह का दुष्प्रेरण यदि उसके परिणामस्वरूप विद्रोह हो जाए।
133सैनिक, नौसैनिक या वायुसैनिक द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारी जब कि वह अधिकारी अपने पद-निष्पादन में हो, पर हमले का दुष्प्रेरण।
134हमले का दुष्प्रेरण जिसके परिणामस्वरूप हमला किया जाए।
135सैनिक, नौसैनिक या वायुसैनिक द्वारा परित्याग का दुष्प्रेरण।
136अभित्याजक को संश्रय देना
137मास्टर की उपेक्षा से किसी वाणिज्यिक जलयान पर छुपा हुआ अभित्याजक
138सैनिक, नौसैनिक या वायुसैनिक द्वारा अनधीनता के कार्य का दुष्प्रेरण।
138कपूर्वोक्त धाराओं का भारतीय सामुद्रिक सेवा को लागू होना
139 कुछ अधिनियमों के अध्यधीन व्यक्ति।
140सैनिक, नौसैनिक या वायुसैनिक द्वारा उपयोग में लाई जाने वाली पोशाक पहनना या प्रतीक चिह्न धारण करना।

Chapter 8: लोक-प्रशांति के विरुद्ध अपराधों के विषय में

141विधिविरुद्ध जनसमूह।
142विधिविरुद्ध जनसमूह का सदस्य होना।
143गैरकानूनी जनसमूह का सदस्य होने के नाते दंड
144घातक आयुध से सज्जित होकर विधिविरुद्ध जनसमूह में सम्मिलित होना।
145किसी विधिविरुद्ध जनसमूह जिसे बिखर जाने का समादेश दिया गया है, में जानबूझकर शामिल होना या बने रहना
146उपद्रव करना।
147बल्वा करने के लिए दंड
148घातक आयुध से सज्जित होकर उपद्रव करना।
149विधिविरुद्ध जनसमूह का हर सदस्य, समान लक्ष्य का अभियोजन करने में किए गए अपराध का दोषी।
150विधिविरुद्ध जनसमूह में सम्मिलित करने के लिए व्यक्तियों का भाड़े पर लेना या भाड़े पर लेने के लिए बढ़ावा देना।
151पांच या अधिक व्यक्तियों के जनसमूह जिसे बिखर जाने का समादेश दिए जाने के पश्चात् जानबूझकर शामिल होना या बने रहना
152लोक सेवक के उपद्रव / दंगे आदि को दबाने के प्रयास में हमला करना या बाधा डालना।
153उपद्रव कराने के आशय से बेहूदगी से प्रकोपित करना
153कधर्म, मूलवंश, भाषा, जन्म-स्थान, निवास-स्थान, इत्यादि के आधारों पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता का संप्रवर्तन और सौहार्द्र बने रहने पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले कार्य करना।
153खराष्ट्रीय अखंडता पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले लांछन, प्राख्यान–(
154उस भूमि का स्वामी या अधिवासी, जिस पर ग़ैरक़ानूनी जनसमूह एकत्रित हो
155व्यक्ति जिसके फायदे के लिए उपद्रव किया गया हो का दायित्व
156उस स्वामी या अधिवासी के अभिकर्ता का दायित्व, जिसके फायदे के लिए उपद्रव किया जाता है
157विधिविरुद्ध जनसमूह के लिए भाड़े पर लाए गए व्यक्तियों को संश्रय देना।
158विधिविरुद्ध जमाव या बल्वे में भाग लेने के लिए भाड़े पर जाना
159दंगा
160उपद्रव करने के लिए दण्ड।

Chapter 9: लोक सेवको द्वारा या उनसे सम्बंधित अपराधों के विषय में तथा निर्वाचन सम्बंधित अपराधों के विषय में

धाराविधि
161-165लोक सेवकों द्वारा या उनसे संबंधित अपराधों के विषय में
166लोक सेवक द्वारा किसी व्यक्ति को क्षति पहुँचाने के आशय से विधि की अवज्ञा करना।
166ककानून के तहत महीने दिशा अवहेलना लोक सेवक
166खअस्पताल द्वारा शिकार की गैर उपचार
167लोक सेवक, जो क्षति कारित करने के आशय से अशुद्ध दस्तावेज रचता है।
168लोक सेवक, जो विधिविरुद्ध रूप से व्यापार में लगता है
169लोक सेवक, जो विधिविरुद्ध रूप से संपत्ति क्रय करता है या उसके लिए बोली लगाता है।
170लोक सेवक का प्रतिरूपण।
171कपटपूर्ण आशय से लोक सेवक के उपयोग की पोशाक पहनना या निशानी को धारण करना।
171कअभ्यर्थी, निर्वाचन अधिकार परिभाषित
171खरिश्वत
171गनिर्वाचनों में असम्यक्् असर डालना
171घनिर्वाचनों में प्रतिरूपण
171ङरिश्वत के लिए दण्ड
171चनिर्वाचनों में असम्यक् असर डालने या प्रतिरूपण के लिए दण्ड
171छनिर्वाचन के सिलसिले में मिथ्या कथन
171जनिर्वाचन के सिलसिले में अवैध संदाय
171झनिर्वाचन लेखा रखने में असफलता

Chapter 10: लोक सेवको के विधिपूर्ण प्राधिकार के अवमान के विषय में

धाराविधि
172समनों की तामील या अन्य कार्यवाही से बचने के लिए फरार हो जाना
173समन की तामील का या अन्य कार्यवाही का या उसके प्रकाशन का निवारण करना।
174लोक सेवक का आदेश न मानकर गैर-हाजिर रहना
175दस्तावेज या इलैक्ट्रानिक अभिलेख] पेश करने के लिए वैध रूप से आबद्ध व्यक्ति का लोक सेवक को 1[दस्तावेज या इलैक्ट्रानिक अभिलेख] पेश करने का लोप
176सूचना या इत्तिला देने के लिए कानूनी तौर पर आबद्ध व्यक्ति द्वारा लोक सेवक को सूचना या इत्तिला देने का लोप।
177झूठी सूचना देना।
178शपथ या प्रतिज्ञान से इंकार करना, जबकि लोक सेवक द्वारा वह वैसा करने के लिए सम्यक् रूप से अपेक्षित किया जाए
179प्रश्न करने के लिए प्राधिकॄत लोक सेवक को उत्तर देने से इंकार करना।
180कथन पर हस्ताक्षर करने से इंकार
181शपथ दिलाने या अभिपुष्टि कराने के लिए प्राधिकॄत लोक सेवक के, या व्यक्ति के समक्ष शपथ या अभिपुष्टि पर झूठा बयान।
182लोक सेवक को अपनी विधिपूर्ण शक्ति का उपयोग दूसरे व्यक्ति की क्षति करने के आशय से झूठी सूचना देना
183लोक सेवक के विधिपूर्ण प्राधिकार द्वारा संपत्ति लिए जाने का प्रतिरोध
184लोक सेवक के प्राधिकार द्वारा विक्रय के लिए प्रस्थापित की गई संपत्ति के विक्रय में बाधा डालना।
185लोक सेवक के प्राधिकार द्वारा विक्रय के लिए प्रस्थापित की गई संपत्ति का अवैध क्रय या उसके लिए अवैध बोली लगाना।
186लोक सेवक के लोक कॄत्यों के निर्वहन में बाधा डालना।
187लोक सेवक की सहायता करने का लोप, जबकि सहायता देने के लिए विधि द्वारा आबद्ध हो
188लोक सेवक द्वारा विधिवत रूप से प्रख्यापित आदेश की अवज्ञा।
189लोक सेवक को क्षति करने की धमकी
190लोक सेवक से संरक्षा के लिए आवेदन करने से रोकने हेतु किसी व्यक्ति को उत्प्रेरित करने के लिए क्षति की धमकी।

Chapter 11: मिथ्या साक्ष्य और लोक न्याय के विरुद्ध अपराधो के विषय में

धाराविधि
191झूठा साक्ष्य देना।
192झूठा साक्ष्य गढ़ना।
193मिथ्या साक्ष्य के लिए दंड
194मृत्यु से दण्डनीय अपराध के लिए दोषसिद्धि कराने के आशय से झूठा साक्ष्य देना या गढ़ना।
195आजीवन कारावास या कारावास से दण्डनीय अपराध के लिए दोषसिद्धि प्राप्त करने के आशय से झूठा साक्ष्य देना या गढ़ना
196उस साक्ष्य को काम में लाना जिसका मिथ्या होना ज्ञात है
197मिथ्या प्रमाणपत्र जारी करना या हस्ताक्षरित करना
198प्रमाणपत्र जिसका नकली होना ज्ञात है, असली के रूप में प्रयोग करना।
199विधि द्वारा साक्ष्य के रूप में लिये जाने योग्य घोषणा में किया गया मिथ्या कथन।
200ऐसी घोषणा का मिथ्या होना जानते हुए सच्ची के रूप में प्रयोग करना।
201अपराध के साक्ष्य का विलोपन, या अपराधी को प्रतिच्छादित करने के लिए झूठी जानकारी देना।
202सूचना देने के लिए आबद्ध व्यक्ति द्वारा अपराध की सूचना देने का साशय लोप।
203किए गए अपराध के विषय में मिथ्या इत्तिला देना
204साक्ष्य के रूप में किसी 3[दस्तावेज या इलैक्ट्रानिक अभिलेख] का पेश किया जाना निवारित करने के लिए उसको नष्ट करना
205वाद या अभियोजन में किसी कार्य या कार्यवाही के प्रयोजन से मिथ्या प्रतिरूपण
206संपत्ति को समपहरण किए जाने में या निष्पादन में अभिगॄहीत किए जाने से निवारित करने के लिए उसे कपटपूर्वक हटाना या छिपाना
207संपत्ति पर उसके जब्त किए जाने या निष्पादन में अभिगॄहीत किए जाने से बचाने के लिए कपटपूर्वक दावा।
208ऐसी राशि के लिए जो शोध्य न हो कपटपूर्वक डिक्री होने देना सहन करना
209बेईमानी से न्यायालय में मिथ्या दावा करना
210ऐसी राशि के लिए जो शोध्य नहीं है कपटपूर्वक डिक्री अभिप्राप्त करना
211क्षति करने के आशय से अपराध का झूठा आरोप।
212अपराधी को संश्रय देना।
213अपराधी को दंड से प्रतिच्छादित करने के लिए उपहार आदि लेना
214अपराधी के प्रतिच्छादन के प्रतिफलस्वरूप उपहार की प्रस्थापना या संपत्ति का प्रत्यावर्तन
215चोरी की संपत्ति इत्यादि के वापस लेने में सहायता करने के लिए उपहार लेना
216ऐसे अपराधी को संश्रय देना, जो अभिरक्षा से निकल भागा है या जिसको पकड़ने का आदेश दिया जा चुका है।
216कलुटेरों या डाकुओं को संश्रय देने के लिए शास्ति
216खधारा 212, धारा 216 और धारा 216क में संश्रय की परिभाषा
217लोक सेवक द्वारा किसी व्यक्ति को दंड से या किसी संपत्ति के समपहरण से बचाने के आशय से विधि के निदेश की अवज्ञा
218किसी व्यक्ति को दंड से या किसी संपत्ति को समपहरण से बचाने के आशय से लोक सेवक द्वारा अशुद्ध अभिलेख या लेख की रचना
219न्यायिक कार्यवाही में विधि के प्रतिकूल रिपोर्ट आदि का लोक सेवक द्वारा भ्रष्टतापूर्वक किया जाना
220प्राधिकार वाले व्यक्ति द्वारा जो यह जानता है कि वह विधि के प्रतिकूल कार्य कर रहा है, विचारण के लिए या परिरोध करने के लिए सुपुर्दगी
221पकड़ने के लिए आबद्ध लोक सेवक द्वारा पकड़ने का साशय लोप
222दंडादेश के अधीन या विधिपूर्वक सुपुर्द किए गए व्यक्ति को पकड़ने के लिए आबद्ध लोक सेवक द्वारा पकड़ने का साशय लोप
223लोक सेवक द्वारा उपेक्षा से परिरोध या अभिरक्षा में से निकल भागना सहन करना।
224किसी व्यक्ति द्वारा विधि के अनुसार अपने पकड़े जाने में प्रतिरोध या बाधा।
225किसी अन्य व्यक्ति के विधि के अनुसार पकड़े जाने में प्रतिरोध या बाधा
225कउन दशाओं में जिनके लिए अन्यथा उपबंध नहीं है लोक सेवक द्वारा पकड़ने का लोप या निकल भागना सहन करना
225खअन्यथा अनुपबंधित दशाओं में विधिपूर्वक पकड़ने में प्रतिरोध या बाधा या निकल भागना या छुड़ाना
226निर्वासन से विधिविरुद्ध वापसी।
227दंड के परिहार की शर्त का अतिक्रमण
228न्यायिक कार्यवाही में बैठे हुए लोक सेवक का साशय अपमान या उसके कार्य में विघ्न
228ककतिपय अपराधों आदि से पीड़ित व्यक्ति की पहचान का प्रकटीकरण
229जूरी सदस्य या आंकलन कर्ता का प्रतिरूपण।

Chapter 12: सिक्को और सरकारी स्टाम्प से सम्बंधित अपराध के विषय में

धाराविवरण
230सिक्का की परिभाषा
231सिक्के का कूटकरण
232भारतीय सिक्के का कूटकरण
233सिक्के के कूटकरण के लिए उपकरण बनाना या बेचना
234भारतीय सिक्के के कूटकरण के लिए उपकरण बनाना या बेचना
235सिक्के के कूटकरण के लिए उपकरण या सामग्री उपयोग में लाने के प्रयोजन से उसे कब्जे में रखना
236भारत से बाहर सिक्के के कूटकरण का भारत में दुष्प्रेरण
237कूटकॄत सिक्के का आयात या निर्यात
238भारतीय सिक्के की कूटकॄतियों का आयात या निर्यात
239सिक्के का परिदान जिसका कूटकॄत होना कब्जे में आने के समय ज्ञात था
240उस भारतीय सिक्के का परिदान जिसका कूटकॄत होना कब्जे में आने के समय ज्ञात था
241किसी सिक्के का असली सिक्के के रूप में परिदान, जिसका परिदान करने वाला उस समय जब वह उसके कब्जे में पहली बार आया था, कूटकॄत होना नहीं जानता था
242कूटकॄत सिक्के पर ऐसे व्यक्ति का कब्जा जो उस समय उसका कूटकॄत होना जानता था जब वह उसके कब्जे में आया था
243भारतीय सिक्के पर ऐसे व्यक्ति का कब्जा जो उसका कूटकॄत होना उस समय जानता था जब वह उसके कब्जे में आया था
244टकसाल में नियोजित व्यक्ति द्वारा सिक्के को उस वजन या मिश्रण से भिन्न कारित किया जाना जो विधि द्वारा नियत है
245टकसाल से सिक्का बनाने का उपकरण विधिविरुद्ध रूप से लेना
246कपटपूर्वक या बेईमानी से सिक्के का वजन कम करना या मिश्रण परिवर्तित करना
247कपटपूर्वक या बेईमानी से भारतीय सिक्के का वजन कम करना या मिश्रण परिवर्तित करना
248इस आशय से किसी सिक्के का रूप परिवर्तित करना कि वह भिन्न प्रकार के सिक्के के रूप में चल जाए
249इस आशय से भारतीय सिक्के का रूप परिवर्तित करना कि वह भिन्न प्रकार के सिक्के के रूप में चल जाए
250ऐसे सिक्के का परिदान जो इस ज्ञान के साथ कब्जे में आया हो कि उसे परिवर्तित किया गया है
251भारतीय सिक्के का परिदान जो इस ज्ञान के साथ कब्जे में आया हो कि उसे परिवर्तित किया गया है
252ऐसे व्यक्ति द्वारा सिक्के पर कब्जा जो उसका परिवर्तित होना उस समय जानता था जब वह उसके कब्जे में आया
253ऐसे व्यक्ति द्वारा भारतीय सिक्के पर कब्जा जो उसका परिवर्तित होना उस समय जानता था जब वह उसके कब्जे में आया
254सिक्के का असली सिक्के के रूप में परिदान जिसका परिदान करने वाला उस समय जब वह उसके कब्जे में पहली बार आया था, परिवर्तित होना नहीं जानता था
255सरकारी स्टाम्प का कूटकरण
256सरकारी स्टाम्प के कूटकरण के लिए उपकरण या सामग्री कब्जे में रखना
257सरकारी स्टाम्प के कूटकरण के लिए उपकरण बनाना या बेचना
258कूटकॄत सरकारी स्टाम्प का विक्रय
259सरकारी कूटकॄत स्टाम्प को कब्जे में रखना
260किसी सरकारी स्टाम्प को, कूटकॄत जानते हुए उसे असली स्टाम्प के रूप में उपयोग में लाना
261इस आशय से कि सरकार को हानि कारित हो, उस पदार्थ पर से, जिस पर सरकारी स्टाम्प लगा हुआ है, लेख मिटाना या दस्तावेज से वह स्टाम्प हटाना जो उसके लिए उपयोग में लाया गया है
262ऐसे सरकारी स्टाम्प का उपयोग जिसके बारे में ज्ञात है कि उसका पहले उपयोग हो चुका है
263स्टाम्प के उपयोग किए जा चुकने के द्योतक चिन्ह का छीलकर मिटाना
263कबनावटी स्टाम्पों का प्रतिषेघ

Chapter 13: बाटों और मापों से सम्बंधित अपराधो के विषय में

धाराविवरण
264तोलने के लिए खोटे उपकरणों का कपटपूर्वक उपयोग
265खोटे बाट या माप का कपटपूर्वक उपयोग
266खोटे बाट या माप को कब्जे में रखना
267खोटे बाट या माप का बनाना या बेचना

Chapter 14: लोक स्वास्थ्य क्षेम शिष्टता और सदाचार पर प्रभाव डालने वाले अपराध के विषय में

धाराविवरण
268लोक न्यूसेन्स
269उपेक्षापूर्ण कार्य जिससे जीवन के लिए संकटपूर्ण रोग का संक्रम फैलना संभाव्य हो
270परिद्वेषपूर्ण कार्य, जिससे जीवन के लिए संकटपूर्ण रोग का संक्रम फैलना संभाव्य हो
271करन्तीन के नियम की अवज्ञा
272विक्रय के लिए आशयित खाद्य या पेय वस्तु का अपमिश्रण
273अपायकर खाद्य या पेय का विक्रय
274औषधियों का अपमिश्रण
275अपमिश्रित औषधियों का विक्रय
276ओषधि का भिन्न औषधि या निर्मिति के तौर पर विक्रय
277लोक जल-स्रोत या जलाशय का जल कलुषित करना
278वायुमण्डल को स्वास्थ्य के लिए अपायकर बनाना
279सार्वजनिक मार्ग पर उतावलेपन से वाहन चलाना या हांकना
280जलयान का उतावलेपन से चलाना
281भ्रामक प्रकाश, चिन्ह या बोये का प्रदर्शन
282अक्षमकर या अति लदे हुए जलयान में भाड़े के लिए जलमार्ग से किसी व्यक्ति का प्रवहण
283लोक मार्ग या पथ-प्रदर्शन मार्ग में संकट या बाधा कारित करना।
284विषैले पदार्थ के संबंध में उपेक्षापूर्ण आचरण
285अग्नि या ज्वलनशील पदार्थ के सम्बन्ध में उपेक्षापूर्ण आचरण
286विस्फोटक पदार्थ के बारे में उपेक्षापूर्ण आचरण
287मशीनरी के सम्बन्ध में उपेक्षापूर्ण आचरण
288किसी निर्माण को गिराने या उसकी मरम्मत करने के संबंध में उपेक्षापूर्ण आचरण
289जीवजन्तु के संबंध में उपेक्षापूर्ण आचरण।
290अन्यथा अनुपबन्धित मामलों में लोक बाधा के लिए दण्ड।
291न्यूसेन्स बन्द करने के व्यादेश के पश्चात् उसका चालू रखना
292अश्लील पुस्तकों आदि का विक्रय आदि।
2925कविमर्शित और विद्वेषपूर्ण कार्य जो किसी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आशय से किए गए हों
292कPrinting,etc, of grossly indecent or securrilous matter or matter intended for blackmail
293तरुण व्यक्ति को अश्लील वस्तुओ का विक्रय आदि
294अश्लील कार्य और गाने
294कलाटरी कार्यालय रखना

Chapter 15: धर्म सम्बंधित अपराध के विषय में

धाराविवरण
295किसी वर्ग के धर्म का अपमान करने के आशय से उपासना के स्थान को क्षति करना या अपवित्र करना।
296धार्मिक जमाव में विघ्न करना
297कब्रिस्तानों आदि में अतिचार करना
298धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के सविचार आशय से शब्द उच्चारित करना आदि।

Chapter 16: मानव शरीर पर प्रभाव डालने वाले अपराध के विषय में जीवन के लिए संकटकरी अपराधो के विषय में तथा गर्भपात सम्बंधित अपराध के लिए

धाराशीर्षक
299आपराधिक मानव वध
300हत्या
301अपराधिक मानव वध करना
302हत्या के लिए दण्ड
303आजीवन कारावास से दण्डित हत्या
304गैर इरादतन हत्या के लिए दण्ड
304कउपेक्षा द्वारा मृत्यु कारित करना
304खदहेज मृत्यु
305शिशु या उन्मत्त व्यक्ति की आत्महत्या का दुष्प्रेरण
306आत्महत्या का दुष्प्रेरण
307हत्या करने का प्रयत्न
308गैर इरादतन हत्या करने का प्रयास
309आत्महत्या करने का प्रयत्न
310ठग
311ठगी के लिए दण्ड
312गर्भपात कारित करना
313स्त्री की सहमति के बिना गर्भपात कारित करना
314गर्भपात कारित करने के आशय से किए गए कार्यों द्वारा कारित मृत्यु
315शिशु का जीवित पैदा होना रोकने या जन्म के पश्चात् उसकी मृत्यु कारित करने के आशय से किया गया कार्य
316गैर-इरादतन हत्या की कोटि में आने वाली, किसी सजीव अजात शिशु की मृत्यु कारित करना
317शिशु के पिता या माता या उसकी देखरेख रखने वाले व्यक्ति द्वारा बारह वर्ष से कम आयु के शिशु का परित्याग और अरक्षित डाल दिया जाना
318मृत शरीर के गुप्त व्ययन द्वारा जन्म छिपाना
319क्षति पहुँचाना
320घोर आघात
321स्वेच्छया उपहति कारित करना
322स्वेच्छया घोर उपहति कारित करना
323जानबूझ कर स्वेच्छा से किसी को चोट पहुँचाने के लिए दण्ड
324खतरनाक आयुधों या साधनों द्वारा स्वेच्छया उपहति कारित करना
325स्वेच्छापूर्वक किसी को गंभीर चोट पहुचाने के लिए दण्ड
326खतरनाक आयुधों या साधनों द्वारा स्वेच्छापूर्वक घोर उपहति कारित करना
326कएसिड हमले
326खएसिड हमला करने का प्रयास
327संपत्ति या मूल्यवान प्रतिभूति की जबरन वसूली करने के लिए या अवैध कार्य कराने को मजबूर करने के लिए स्वेच्छापूर्वक चोट पहुँचाना
328अपराध करने के आशय से विष इत्यादि द्वारा क्षति कारित करना
329संपत्ति उद्दापित करने के लिए या अवैध कार्य कराने को मजबूर करने के लिए स्वेच्छया घोर उपहति कारित करना
330संस्वीकॄति जबरन वसूली करने या विवश करके संपत्ति का प्रत्यावर्तन कराने के लिए स्वेच्छया क्षति कारित करना
331संस्वीकॄति उद्दापित करने के लिए या विवश करके सम्पत्ति का प्रत्यावर्तन कराने के लिए स्वेच्छया घोर उपहति कारित करना
332लोक सेवक अपने कर्तव्य से भयोपरत करने के लिए स्वेच्छा से चोट पहुँचाना
333लोक सेवक को अपने कर्तव्यों से भयोपरत करने के लिए स्वेच्छया घोर क्षति कारित करना
334प्रकोपन पर स्वेच्छया क्षति करना
335प्रकोपन पर स्वेच्छया घोर उपहति कारित करना
336दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को ख़तरा पहुँचाने वाला कार्य
337किसी कार्य द्वारा, जिससे मानव जीवन या किसी की व्यक्तिगत सुरक्षा को ख़तरा हो, चोट पहुँचाना कारित करना
338किसी कार्य द्वारा, जिससे मानव जीवन या किसी की व्यक्तिगत सुरक्षा को ख़तरा हो, गंभीर चोट पहुँचाना कारित करना
339सदोष अवरोध
340सदोष परिरोध या गलत तरीके से प्रतिबंधित करना
341सदोष अवरोध के लिए दण्ड
342गलत तरीके से प्रतिबंधित करने के लिए दण्ड
343तीन या अधिक दिनों के लिए सदोष परिरोध
344दस या अधिक दिनों के लिए सदोष परिरोध
345सदोष परिरोध जिसके छोड़ने के लिए रिट निकल चुका है
346गुप्त स्थान में सदोष परिरोध
347संपत्ति की जबरन वसूली करने के लिए या अवैध कार्य करने के लिए मजबूर करने के लिए सदोष परिरोध
348संस्वीकॄति उद्दापित करने के लिए या विवश करके सम्पत्ति का प्रत्यावर्तन कराने के लिए सदोष परिरोध
349बल
350आपराधिक बल
351हमला
352गम्भीर प्रकोपन के बिना हमला करने या आपराधिक बल का प्रयोग करने के लिए दण्ड
353लोक सेवक को अपने कर्तव्य के निर्वहन से भयोपरत करने के लिए हमला या आपराधिक बल का प्रयोग
354स्त्री की लज्जा भंग करने के आशय से उस पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग
354कयौन उत्पीड़न
354खएक औरत नंगा करने के इरादे के साथ कार्य
354गछिप कर देखना
354घपीछा
355गम्भीर प्रकोपन होने से अन्यथा किसी व्यक्ति का अनादर करने के आशय से उस पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग
356हमला या आपराधिक बल प्रयोग द्वारा किसी व्यक्ति द्वारा ले जाई जाने वाली संपत्ति की चोरी का प्रयास
357किसी व्यक्ति का सदोष परिरोध करने के प्रयत्नों में हमला या आपराधिक बल का प्रयोग
358गम्भीर प्रकोपन मिलने पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग
359व्यपहरण
360भारत में से व्यपहरण
361विधिपूर्ण संरक्षकता में से व्यपहरण
362अपहरण
363व्यपहरण के लिए दण्ड
363कभीख मांगने के प्रयोजनों के लिए अप्राप्तवय का व्यपहरण का विकलांगीकरण
364हत्या करने के लिए व्यपहरण या अपहरण करना
364कफिरौती, आदि के लिए व्यपहरण
365किसी व्यक्ति का गुप्त और अनुचित रूप से सीमित / क़ैद करने के आशय से व्यपहरण या अपहरण
366विवाह आदि के करने को विवश करने के लिए किसी स्त्री को व्यपहृत करना, अपहृत करना या उत्प्रेरित करना
366कअप्राप्तवय लड़की का उपापन
366खविदेश से लड़की का आयात करना
367व्यक्ति को घोर उपहति, दासत्व, आदि का विषय बनाने के आशय से व्यपहरण या अपहरण
368नाबालिग को घोर उपहति, दासत्व, आदि का विषय बनाने के आशय से व्यपहरण या अपहरण
369घोर उपहति, दासत्व, आदि का विषय बनाने के आशय से नाबालिग को व्यपहृत करना, अपहृत करना या उत्प्रेरित करना
370गड्ढा
370अबालिका ट्राफिकिंग
370बगड्ढा परिरोध
371स्वयं को बालिका ट्राफिकिंग कराने के आशय से अन्य व्यक्ति को गड्ढा करने का प्रेरित करना
372स्वयं को बालिका ट्राफिकिंग कराने के आशय से अन्य व्यक्ति को गड्ढा करने के प्रेरित करना
373बालिका ट्राफिकिंग के आशय से विदेशी भूमि पर जाना
374बालिका ट्राफिकिंग के आशय से विदेशी भूमि पर जाने का प्रोत्साहन
375बालिका ट्राफिकिंग के आशय से अपराधिक संबंध रखना
376बलात्कार
376अगंभीर बलात्कार
376बनाबालिग के साथ बलात्कार
376सीस्वास्थ्य या दुर्बलता की स्थिति में व्यक्ति के साथ बलात्कार
376डआश्रयास्थ व्यक्ति के साथ बलात्कार
376ईआत्मघाती अपराधी के द्वारा बलात्कार
376फआधुनिक वस्त्र पहने हुए या ड्रग्स या अवसादी दवा या पेट्रोलियम या उत्सर्जक और ताजे बलात्कारी आदि
376गनाबालिग के साथ आंटी सेक्स
376हबलात्कार के उदाहरण
376इबलात्कार के प्रति दुर्बल लड़कियों के प्रति उपहति या उत्प्रेरण
376जउम्र विवाह के बिना संभोग
376झअपराधिक अपहरण के साथ बलात्कार
376ञनाबालिग के साथ सम्बन्ध
376यबलात्कार के बाद मृत व्यक्ति के शव की गुप्त संगति के व्यापार में जुटे होने का अपराध
376रबलात्कार के बाद व्यक्ति के साथ उत्प्रेरण का अपराध
377अयोग्य यौन संबंध

Chapter 17: सम्पति के विरुद्ध अपराधो के लिए

378चोरी
379चोरी के लिए दंड
380निवास-गृह आदि में चोरी
381लिपिक या सेवक द्वारा स्वामी के कब्जे में संपत्ति की चोरी।
382चोरी करने के लिए मृत्यु, क्षति या अवरोध कारित करने की तैयारी के पश्चात् चोरी करना।
383उद्दापन / जबरन वसूली
384ज़बरदस्ती वसूली करने के लिए दण्ड।
385ज़बरदस्ती वसूली के लिए किसी व्यक्ति को क्षति के भय में डालना।
386किसी व्यक्ति को मृत्यु या गंभीर आघात के भय में डालकर ज़बरदस्ती वसूली करना।
387ज़बरदस्ती वसूली करने के लिए किसी व्यक्ति को मृत्यु या घोर आघात के भय में डालना।
388मृत्यु या आजीवन कारावास, आदि से दंडनीय अपराध का अभियोग लगाने की धमकी देकर उद्दापन
389जबरन वसूली करने के लिए किसी व्यक्ति को अपराध का आरोप लगाने के भय में डालना।
390लूट।
391डकैती
392लूट के लिए दण्ड
393लूट करने का प्रयत्न।
394लूट करने में स्वेच्छापूर्वक किसी को चोट पहुँचाना
395डकैती के लिए दण्ड
396हत्या सहित डकैती।
397मृत्यु या घोर आघात कारित करने के प्रयत्न के साथ लूट या डकैती।
398घातक आयुध से सज्जित होकर लूट या डकैती करने का प्रयत्न।
399डकैती करने के लिए तैयारी करना।
400डाकुओं की टोली का होने के लिए दण्ड
401चोरों के गिरोह का होने के लिए दण्ड।
402डकैती करने के प्रयोजन से एकत्रित होना।
403सम्पत्ति का बेईमानी से गबन / दुरुपयोग।
404मृत व्यक्ति की मृत्यु के समय उसके कब्जे में सम्पत्ति का बेईमानी से गबन / दुरुपयोग।
405आपराधिक विश्वासघात।
406विश्वास का आपराधिक हनन
407कार्यवाहक, आदि द्वारा आपराधिक विश्वासघात।
408लिपिक या सेवक द्वारा विश्वास का आपराधिक हनन
409लोक सेवक या बैंक कर्मचारी, व्यापारी या अभिकर्ता द्वारा विश्वास का आपराधिक हनन।
410आपराधिक विश्वासघात के लिए दण्ड।
411विश्वास का आपराधिक हनन के लिए दण्ड।
412दंड के द्वारा विश्वास का आपराधिक हनन करने का प्रयास।
413सम्पत्ति का बेईमानी से प्राप्त या गबन करना।
414बिना आदान-प्रदान के धनराशि का सम्पत्ति का बेईमानी से प्राप्त करना।
415बिना आदान-प्रदान के धनराशि का सम्पत्ति का बेईमानी से गबन करना।
416धनराशि का बेईमानी से प्राप्त करना, जिसे कोई अन्य व्यक्ति अपने प्राधिकार से स्वीकार न करता हो।
417धनराशि का बेईमानी से प्राप्त करना, जिसे कोई अन्य व्यक्ति अपने प्राधिकार से स्वीकार न करता हो, और जिसका व्यक्ति ने प्राप्त नहीं किया हो।
418धनराशि का बेईमानी से गबन करना, जिसे कोई अन्य व्यक्ति अपने प्राधिकार से स्वीकार न करता हो।
419धनराशि का बेईमानी से गबन करना, जिसे कोई अन्य व्यक्ति अपने प्राधिकार से स्वीकार न करता हो, और जिसका व्यक्ति ने प्राप्त नहीं किया हो।
धाराअपराध
420धनराशि का बेईमानी से गबन करना, जिसे कोई अन्य व्यक्ति अपने प्राधिकार से स्वीकार न करता हो, और जिसका व्यक्ति ने प्राप्त नहीं किया हो, और विपणन के लिए पूर्वापेक्षा उपयोग करके किया गया हो।
421आपराधिक विनष्ट।
422आपराधिक विनष्ट का आरोप।
423अवैध धनराशि का संरक्षण या उपयोग।
424अवैध धनराशि का संरक्षण या उपयोग करने के लिए दण्ड।
425धनराशि का संरक्षण या उपयोग करने का प्रयत्न।
426अपराधिक रूप से किसी द्वारा अपराधिक विनष्ट का कारण बनाने का प्रयत्न।
427अपराधिक रूप से किसी द्वारा अपराधिक विनष्ट का कारण बनाने का प्रयत्न करने के लिए दण्ड।
428अपराधिक रूप से किसी द्वारा अपराधिक विनष्ट का कारण बनाने का प्रयत्न करने के लिए गैर विधियुक्त वित्तीय लाभ का प्राप्त करना।
429विधियुक्त वित्तीय लाभ का प्राप्त करने का प्रयत्न।
430विधियुक्त वित्तीय लाभ का प्राप्त करने के लिए गैर विधियुक्त पद्धति का प्रयोग करना।
431सदुपयोगी सामग्री की बिक्री में अपराधिक रूप से संलिप्ति।
432अपराधिक रूप से वसूली या उपयोग करने का प्रयत्न।
433अपराधिक रूप से वसूली या उपयोग करने के लिए दण्ड।
434अपराधिक रूप से वसूली या उपयोग करने के लिए गैर विधियुक्त पद्धति का प्रयोग करना।
435अपराधिक रूप से सामग्री का संरक्षण या उपयोग।
436अपराधिक रूप से सामग्री का संरक्षण या उपयोग के लिए दण्ड।
437अपराधिक रूप से सामग्री का संरक्षण या उपयोग के लिए गैर विधियुक्त पद्धति का प्रयोग करना।
438विधियुक्त सामग्री का संरक्षण या उपयोग करने के प्रयास में अपराधिकता।
439विधियुक्त सामग्री का संरक्षण या उपयोग करने के प्रयास में अपराधिकता के लिए दण्ड।
440विधियुक्त सामग्री का संरक्षण या उपयोग करने के प्रयास में अपराधिकता के लिए गैर विधियुक्त पद्धति का प्रयोग करना।
धाराअपराध
441अपराधिक विश्वासघात।
442गॄह-अतिचार
443प्रच्छन्न गॄह-अतिचार
444रात्रौ प्रच्छन्न गॄह-अतिचार
445गॄह-भेदन
446रात्रौ गॄह-भेदन
447आपराधिक अतिचार के लिए दण्ड।
448गॄह-अतिचार के लिए दण्ड।
449मॄत्यु से दंडनीय अपराध को रोकने के लिए गॄह-अतिचार
450अपजीवन कारावास से दंडनीय अपराध को करने के लिए गॄह-अतिचार
451कारावास से दण्डनीय अपराध को करने के लिए गॄह-अतिचार।
452बिना अनुमति घर में घुसना, चोट पहुंचाने के लिए हमले की तैयारी, हमला या गलत तरीके से दबाव बनाना
453प्रच्छन्न गॄह-अतिचार या गॄह-भेदन के लिए दंड
454कारावास से दण्डनीय अपराध करने के लिए छिप कर गॄह-अतिचार या गॄह-भेदन करना।
455उपहति, हमले या सदोष अवरोध की तैयारी के पश्चात् प्रच्छन्न गॄह-अतिचार या गॄह-भेदन
456रात में छिप कर गॄह-अतिचार या गॄह-भेदन के लिए दण्ड।
457कारावास से दण्डनीय अपराध करने के लिए रात में छिप कर गॄह-अतिचार या गॄह-भेदन करना।
458क्षति, हमला या सदोष अवरोध की तैयारी के करके रात में गॄह-अतिचार।
459प्रच्छन्न गॄह-अतिचार या गॄह-भेदन करते समय घोर उपहति कारित हो
460रात्रौ प्रच्छन्न गॄह-अतिचार या रात्रौ गॄह-भेदन में संयुक्ततः सम्पॄक्त समस्त व्यक्ति दंडनीय हैं, जबकि उनमें से एक द्वारा मॄत्यु या घोर उपहति कारित हो
461ऐसे पात्र को, जिसमें संपत्ति है, बेईमानी से तोड़कर खोलना
462उसी अपराध के लिए दंड, जब कि वह ऐसे व्यक्ति द्वारा किया गया है जिसे अभिरक्षा न्यस्त की गई है

Chapter 18: दस्तावेज और संपति चिन्हों सम्बन्धी अपराध

धाराअपराध
463कूटरचना
464मिथ्या दस्तावेज रचना
465कूटरचना के लिए दण्ड।
466न्यायालय के अभिलेख की या लोक रजिस्टर आदि की कूटरचना
467मूल्यवान प्रतिभूति, वसीयत, इत्यादि की कूटरचना
468छल के प्रयोजन से कूटरचना
469ख्याति को अपहानि पहुंचाने के आशय से कूटरचन्न
470कूटरचित दस्तावेज या इलैक्ट्रानिक अभिलेख
471कूटरचित दस्तावेज या इलैक्ट्रानिक अभिलेख का असली के रूप में उपयोग
472धारा 467 के अधीन दण्डनीय कूटरचना करने के आशय से कूटकॄत मुद्रा, आदि का बनाना या कब्जे में रखना
473अन्यथा दण्डनीय कूटरचना करने के आशय से कूटकॄत मुद्रा, आदि का बनाना या कब्जे में रखना
474धारा 466 या 467 में वर्णित दस्तावेज को, उसे कूटरचित जानते हुए और उसे असली के रूप में उपयोग में लाने का आशय रखते हुए, कब्जे में रखना
475धारा 467 में वर्णित दस्तावेजों के अधिप्रमाणीकरण के लिए उपयोग में लाई जाने वाली अभिलक्षणा या चिह्न की कूटकॄति बनाना या कूटकॄत चिह्नयुक्त पदार्थ को कब्जे में रखना
476धारा 467 में वर्णित दस्तावेजों से भिन्न दस्तावेजों के अधिप्रमाणीकरण के लिए उपयोग में लाई जाने वाली अभिलक्षणा या चिह्न की कूटकॄति बनाना या कूटकॄत चिह्नयुक्त पदार्थ को कब्जे में रखना
477विल, दत्तकग्रहण प्राधिकार-पत्र या मूल्यवान प्रतिभूति को कपटपूर्वक रद्द, नष्ट, आदि करना
477कलेखा का मिथ्याकरण
478व्यापार चिह्न
479सम्पत्ति-चिह्न
480मिथ्या व्यापार चिह्न का प्रयोग किया जाना
481मिथ्या सम्पत्ति-चिह्न को उपयोग में लाना
482मिथ्या सम्पत्ति-चिह्न को उपयोग करने के लिए दण्ड।
483अन्य व्यक्ति द्वारा उपयोग में लाए गए सम्पत्ति चिह्न का कूटकरण
484लोक सेवक द्वारा उपयोग में लाए गए चिह्न का कूटकरण
485सम्पत्ति-चिह्न के कूटकरण के लिए कोई उपकरण बनाना या उस पर कब्जा
486कूटकॄत सम्पत्ति-चिह्न से चिन्हित माल का विक्रय
487किसी ऐसे पात्र के ऊपर मिथ्या चिह्न बनाना जिसमें माल रखा है
488किसी ऐसे मिथ्या चिह्न को उपयोग में लाने के लिए दण्ड
489क्षति कारित करने के आशय से सम्पत्ति-चिह्न को बिगाड़ना
489ककरेन्सी नोटों या बैंक नोटों का कूटकरण
489खकूटरचित या कूटकॄत करेन्सी नोटों या बैंक नोटों को असली के रूप में उपयोग में लाना
489गकूटरचित या कूटकॄत करेन्सी नोटों या बैंक नोटों को कब्जे में रखना
489घकरेन्सी नोटों या बैंक नोटों की कूटरचना या कूटकरण के लिए उपकरण या सामग्री बनाना या कब्जे में रखना
489ङकरेन्सी नोटों या बैंक नोटों से सदृश्य रखने वाली दस्तावेजों की रचना या उपयोग

Chapter 19: सेवा संविदाओ के अपराधिक भंग के विषय में

धाराअपराध
490समुद्र यात्रा या यात्रा के दौरान सेवा भंग
491असहाय व्यक्ति की परिचर्या करने की और उसकी आवश्यकताओं की पूर्ति करने की संविदा का भंग
492दूर वाले स्थान पर सेवा करने का संविदा भंग जहां सेवक को मालिक के खर्चे पर ले जाया जाता है

Chapter 20: विवाह सम्बन्धी अपराधो के विषय में

धाराअपराध
493विधिपूर्ण विवाह का धोखे से विश्वास उत्प्रेरित करने वाले पुरुष द्वारा कारित सहवास।
494पति या पत्नी के जीवनकाल में पुनः विवाह करना
495वही अपराध पूर्ववर्ती विवाह को उस व्यक्ति से छिपाकर जिसके साथ आगामी विवाह किया जाता है।
496विधिपूर्ण विवाह के बिना कपटपूर्वक विवाह कर्म पूरा करना।
497व्यभिचार
498विवाहित स्त्री को आपराधिक आशय से फुसलाकर ले जाना, या निरुद्ध रखना
498Aकिसी स्त्री के पति या पति के नातेदार द्वारा उसके प्रति क्रूरता करना

Chapter 21: मान हानि के विषय में

धाराअपराध
499मानहानि
500मानहानि के लिए दण्ड।
501मानहानिकारक जानी हुई बात को मुद्रित या उत्कीर्ण करना।
502मानहानिकारक विषय रखने वाले मुद्रित या उत्कीर्ण सामग्री का बेचना।

Chapter 22: आपराधिक अभित्रास, अपमान और क्षोभ के विषय में

धाराअपराध
503आपराधिक अभित्रास।
504शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना
505लोक रिष्टिकारक वक्तव्य।
506धमकाना
507अनाम संसूचना द्वारा आपराधिक अभित्रास।
508व्यक्ति को यह विश्वास करने के लिए उत्प्रेरित करके कि वह दैवी अप्रसाद का भाजन होगा कराया गया कार्य
509शब्द, अंगविक्षेप या कार्य जो किसी स्त्री की लज्जा का अनादर करने के लिए आशयित है
510शराबी व्यक्ति द्वारा लोक स्थान में दुराचार।

Chapter 23: अपराधो को करने के प्रयत्नों के विषय में

धारादण्ड
धारा 511आजीवन कारावास या अन्य कारावास से दण्डनीय अपराधों को करने का प्रयत्न करने के लिए दण्ड